दिल्ली-एनसीआर अगले कुछ घंटों में तीव्र बारिश, गरज-चमक और ओलावृष्टि का सामना कर सकता है। मौसम विभाग की चेतावनी के मुताबिक:
- तूफानी गर्जना, बिजली कड़कना और गरज–चमक के साथ तेज हवा (40–60 किमी/घं.) की संभावना है
- सुबह का न्यूनतम तापमान 28.8 °C रिकॉर्ड होने से हल्की राहत मिली, लेकिन अब वर्षा फिर लौटेगी
- एक्रॉस दिल्ली–एनसीआर हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो चुकी है, अलर्ट ‘ऑरेंज’ पर बना हुआ है
दिल्ली में तैयारियां और सावधानियां
- फोटो–बिजली: तूफानी हवाओं में पेड़ गिरने और बिजली लाइनों को नुकसान पहुँचने का खतरा रहता है।
- यातायात बाधा: अचानक बारिश व तेज हवा से सड़क यातायात प्रभावित होने की संभावना है।
- अतिरिक्त सतर्कता: चलने–फिरने वालों को सड़क किनारे खड़े या खुले इलाकों से बचना चाहिए; वाहन चालकों ने रोक-टोक धीमी रखें।
Currently 82° · Clouds and sun
Himachal Pradesh, India

![]() | 89°65° | Very warm with clouds and sun |
![]() | 76°63° | Mostly cloudy and not as warm; occasional afternoon rain |
![]() | 75°62° | Cloudy with occasional rain in the afternoon |
![]() | 76°63° | Rain at times |
![]() | 72°61° | Still cloudy |
![]() | 76°60° | Some sun, then increasing clouds with occasional rain in the afternoon |
![]() | 82°64° |
हिमाचल प्रदेश की स्थिति: विनाश जारी
हिमाचल प्रदेश में मानसून की दूसरी लहर ने भारी तबाही मचा रखी है:
- 240 सड़कों की बंद स्थिति में से 176 मंडी जिले में हैं
- कांगड़ा, सिरमौर व मंडी जिलों में रेड अलर्ट, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोलन, शिमला, कुल्लू में ऑरेंज अलर्ट जारी
- अगले 24 घंटों में भूस्खलन और फ्लैश–फ्लड का जोखिम बरकरार रहेगा
डेटा झलक
- 74–75 मौतें (20 जून–6 जुलाई) में से ~47 सीधे बारिश से संबंधित हैं
- 31 लापता, 115 घायल—मंडी व कांगड़ा सबसे अधिक प्रभावित जिले
- अनुमानित आर्थिक क्षति: राज्य सरकार के अनुसार ₹540–700 करोड़ के लगभग
- 258 ट्रांसफार्मर और 289 जलयोजनाएं प्रभावित
प्रशासनिक कार्यप्रणाली
- मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने आपदा को लेकर स्वयं निगरानी ली; inaccessible इलाकों में म्यूले (घोड़े) से राहत सामग्री पहुँची
- रेंट योजना: बेघर परिवारों के लिए ₹5,000/माह किराया प्रस्तावित
- डीएम व मंत्री वीक्रमादित्य सिंह सक्रिय मोर्चे पर; अन्य विभागों को निर्देशित किया गया है
- Mandi प्रशासन ने 1,317 राहत किट वितरित कीं, BJP ने औऱ 1,500 भेजने का आश्वासन दिया
- एसडीओपी और NDRF ने 31 लापता व्यक्तियों की खोज में स्निफर डॉग्स व एडवांस टेक्नोलॉजी eingesetzt की
विशेष चेतावनी और मौसम के पूर्वानुमान
- हिमाचल: कांगड़ा, मंडी, सिरमौर अब भी ‘रेड अलर्ट’ पर – बहुत भारी से अत्यंत भारी वर्षा
- सोलन, कुल्लू, शिमला जैसे जिलों को ‘ऑरेंज अलर्ट’ मिला है
- Delhi-NCR: अगले 2–5 दिन हल्की–मध्यम बारिश, गरज-चमक और तेज हवा की संभावना बनी रहेगी
सुझाव और सावधानियाँ
- लोगों को सलाह दी गई है कि वे नदी तट या ढलान से दूर रहें, अनावश्यक यात्रा टालें और स्थानीय प्रशासन से अपडेट लें।
- ब्रह्मपुर, नाहन, पालमपुर जैसे इलाकों में अतिरिक्त सतर्कता जरूरी है।
- बिजली–जल–सड़क संपर्क तुरंत बहाल करने के निर्देश जारी हुए हैं ताकि राहत कार्य शीघ्रता से हो सकें।
- मौसम अपडेट लगातार देखें—राज्य और केंद्र सरकार की वेबसाइट्स और स्थानीय चौकियाँ सक्रिय हैं।
समग्र निष्कर्ष
आज दिल्ली में बारिश की तेज़ लहरो के साथ स्वास्थ्य, यातायात व जनजीवन प्रभावित होगा। वहीं, हिमाचल प्रदेश में भयानक तबाही अभी तक बनी हुई है; राहत एवं बचाव कार्य फिलहाल जारी है, लेकिन मौसम की स्थिति के कारण जान-माल की सुरक्षा अभी भी जोखिम में है। समस्याओं का सामना करने के लिए प्रशासन ने व्यापक योजनाएं लागू कर दी हैं।
दिल्ली और हिमाचल दोनों में अलर्ट सिस्टम, शासन-सामुदायिक एकता, और संसाधन संचालन बेहतर साबित हो सकते हैं। फिर भी, जलवायु परिवर्तन के चलते ऐसे हालात नॉर्म बनते जा रहे हैं, इसलिए सरकारों को दीर्घकालीन बाढ़-भूस्खलन रोकथाम, पर्यावरणीय संवर्धन, और इंफ्रास्ट्रक्चर सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
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