हरियाणा के हिसार की रहने वाली मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से उनका यूट्यूब चैनल है, जिस पर लगभग 3.78 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। इसके अलावा उनके इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख और फेसबुक पर 3.21 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स हैं। ज्योति मल्होत्रा भारत के अलग-अलग पर्यटन स्थलों जैसे मनाली, मसूरी, कश्मीर और राजस्थान में घूमकर व्लॉग बनाती थीं और सोशल मीडिया पर एक चर्चित चेहरा थीं। अब जांच एजेंसियों का कहना है कि उनका पाकिस्तान जाना और वहां कुछ ख़ास लोगों से मुलाकात करना संदिग्ध है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक तस्वीर में वो पाकिस्तान उच्चायुक्त की एक पार्टी में दूसरे भारतीय व्लॉगर्स के साथ नजर आई थीं। इसी तस्वीर को आधार बनाकर उनकी गतिविधियों की जांच शुरू हुई, और अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है और लोग जानना चाह रहे हैं कि ये सच में जासूसी का मामला है या इसके पीछे कोई और कहानी छुपी है।

ज्योति मल्होत्रा के पिता हरीश मल्होत्रा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी बेटी मेहनती थी और दिल्ली में रहकर सोशल मीडिया के ज़रिए महीने में लगभग 20 से 25 हज़ार रुपये कमाती थी। लेकिन कोविड-19 के बाद हालात बदल गए और ज्योति को वापस हिसार लौटना पड़ा। उनके मुताबिक, ज्योति अपना काम ईमानदारी से कर रही थी और उन्हें इस तरह की किसी भी गतिविधि की जानकारी नहीं थी। अब उसकी गिरफ्तारी की खबर से परिवार पूरी तरह स्तब्ध है।

ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान की जासूस कैसे माना गया, इसको लेकर कई बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि कुछ विदेशी एजेंटों ने उसे पाकिस्तान की छवि को बेहतर दिखाने और वहां की नीतियों के समर्थन में प्रचार करने के लिए चुना था। पाकिस्तान दौरे के दौरान उसका व्यवहार कुछ हद तक संदिग्ध रहा और वह कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में थी, जिन्हें देश की सुरक्षा के लिए खतरा माना जाता है। अब ज्योति पर देशविरोधी गतिविधियों में शामिल होने और संवेदनशील जानकारियां साझा करने का शक जताया जा रहा है। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि उसका किन लोगों से संपर्क था, उसने क्या जानकारियां दीं और क्या इसके बदले में उसे कोई आर्थिक लाभ मिला था।
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