महिला नेतृत्व के नए युग की शुरुआत
दिल्ली की सियासत में पहली बार ऐसा संयोग बना है, जब सत्ता और विपक्ष दोनों की कमान महिलाओं के हाथों में होगी। 27 साल बाद सत्ता में लौटी बीजेपी ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया, तो आम आदमी पार्टी ने आतिशी को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर राजनीतिक संतुलन साधा।
दिल्ली की 8वीं विधानसभा में महिला शक्ति का दबदबा
रेखा गुप्ता बनीं सीएम, आतिशी बनीं विपक्ष की नेता
- बीजेपी की ओर से रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया, जो लंबे समय से पार्टी में सक्रिय रही हैं।
- आम आदमी पार्टी ने आतिशी को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया, जो दूसरी बार कालकाजी से विधायक बनी हैं।
- यह पहला मौका है जब विधानसभा में दोनों शीर्ष पदों पर महिलाएं नेतृत्व करेंगी।
दिल्ली की सत्ता में दो आक्रामक महिला नेता आमने-सामने
रेखा गुप्ता: अनुभवी पार्षद से मुख्यमंत्री तक का सफर
- दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति से एमसीडी में पार्षद और अब मुख्यमंत्री बनने तक का सफर।
- तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और दो बार सत्ता संचालन का अनुभव भी है।
- पहली बार विधायक बनीं, लेकिन पार्टी और प्रशासनिक कार्यों की गहरी समझ।
आतिशी: केजरीवाल की राजनीतिक विरासत संभालने वाली नेता
- दो बार विधायक बनने वाली आतिशी को केजरीवाल ने 2024 में अपनी सियासी विरासत सौंपी।
- सीएम रहते हुए अपनी आक्रामक छवि बनाई, अब विपक्ष की नेता के तौर पर नई जिम्मेदारी।
- सरकार को घेरने की रणनीति के तहत मुखर नेतृत्व की तैयारी।
विधानसभा में तीखी बहस और घमासान की तैयारी
बीजेपी की रणनीति: भ्रष्टाचार और प्रशासनिक विफलताओं पर वार
- CAG की 14 लंबित रिपोर्ट्स को विधानसभा में पेश किया जाएगा।
- आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान हुए घोटालों, शराब नीति, यमुना सफाई और शीशमहल मुद्दे पर घेराबंदी।
- सत्ता संभालते ही बीजेपी सरकार विपक्ष पर प्रशासनिक विफलताओं का दबाव बनाएगी।
आप की रणनीति: चुनावी वादों पर बीजेपी को घेरेगी आतिशी
- महिला सम्मान राशि, झूठे वादे और बीजेपी की कथित वादाखिलाफी के मुद्दे उठाए जाएंगे।
- दिल्ली में महिलाओं को ₹2500 प्रति माह देने की योजना को लागू कराने का दबाव बनाया जाएगा।
- पीएम मोदी की “मोदी गारंटी” वाली घोषणा को लेकर सरकार से जवाब मांगा जाएगा।

महिलाओं के मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष में टकराव
- 2500 रुपये प्रति माह की योजना पर घमासान
- आतिशी ने सीएम रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर योजना लागू करने की मांग की।
- बीजेपी सरकार पर वादा निभाने का दबाव डाला जा रहा है।
- महिला सुरक्षा और कल्याण की नीतियों पर बहस
- विपक्ष का दावा— महिला सुरक्षा और वादों पर सरकार अभी तक नाकाम।
- सत्ता पक्ष की रणनीति— आप सरकार की नीतियों और कार्यकाल की विफलताओं को उजागर करना।
तीन दिवसीय विधानसभा सत्र में सियासी घमासान तय
- सोमवार से विधानसभा सत्र शुरू
- प्रोटेम स्पीकर अरविंदर सिंह लवली विधायकों को दिलाएंगे शपथ
- विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा
- सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस और टकराव की संभावना
दिल्ली की राजनीति में इस बार का मुकाबला केवल दो पार्टियों का नहीं, बल्कि दो सशक्त महिला नेताओं के बीच होगा। सत्ता और विपक्ष की इस नई लड़ाई में जनता को कौन ज्यादा प्रभावित करेगा, यह आने वाले समय में तय होगा।
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