उत्तराखंड के केदारनाथ में एक बार फिर बड़ा हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है। त्रिजुगीनारायण से गौरीकुंड की ओर जा रहा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे के बाद लोगों में गुस्सा है और सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं।
हादसा जिस हेलीकॉप्टर का हुआ, उसका संचालन आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी करती है। सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि इसी कंपनी का एक हेलीकॉप्टर साल 2022 में भी हादसे का शिकार हुआ था, जिसमें भी 7 लोगों की जान चली गई थी।
दोबारा क्यों हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि इस बार खराब मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ। लेकिन जब दो बार एक ही कंपनी के हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो चुके हैं, तो सवाल उठना लाज़मी है कि सुरक्षा मानकों में कहीं कोई चूक तो नहीं हो रही?
कौन है आर्यन एविएशन?
आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड एक भारतीय कंपनी है, जो साल 2007 में बनी थी। ये कंपनी हेलीकॉप्टर से यात्रा, तीर्थ दर्शन, मेडिकल इमरजेंसी, कॉरपोरेट ट्रिप्स और हवाई पर्यटन जैसी सेवाएं देती है।कंपनी के एमडी नीरज राठी हैं। आर्यन एविएशन की अधिकृत शेयर पूंजी और चुकता पूंजी दोनों ही 25 करोड़ रुपये की है।
कितना किराया लेती है कंपनी?
केदारनाथ यात्रा के लिए आर्यन एविएशन गुप्तकाशी से केदारनाथ तक आने-जाने का किराया 7740 रुपये प्रति व्यक्ति लेती है। एक तरफा यात्रा के लिए 3870 रुपये चार्ज करती है।
निष्कर्ष
लगातार दो हादसों के बाद लोगों की जान की कीमत पर हो रही हवाई सेवाओं पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। प्रशासन और DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) को इस मामले की गहराई से जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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