महाराष्ट्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। भारत में अवैध रूप से रह रही एक 21 वर्षीय बांग्लादेशी गर्भवती महिला, जिसे नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया था, जेजे अस्पताल से फरार हो गई। महिला पर आरोप था कि वह बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रह रही थी। गिरफ्तारी के बाद उसे स्वास्थ्य संबंधी जांच और इलाज के लिए मुंबई के सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां से उसके भाग जाने की खबर ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
नवी मुंबई पुलिस को कुछ समय पहले सूचना मिली थी कि क्षेत्र में बांग्लादेश से आई कुछ महिलाएं अवैध रूप से रह रही हैं। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 21 वर्षीय महिला को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि महिला गर्भवती है और उसकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। इस कारण अदालत के आदेश पर उसे मुंबई के जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल से फरारी की घटना
पुलिस के अनुसार महिला की निगरानी के लिए सुरक्षा कर्मी तैनात थे, लेकिन शनिवार सुबह अचानक वह अस्पताल से लापता हो गई। प्राथमिक जांच में शक जताया जा रहा है कि उसने अस्पताल में मौजूद भीड़ और अफरातफरी का फायदा उठाकर भागने की कोशिश की। घटना की जानकारी मिलते ही अस्पताल प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे अस्पताल परिसर की जांच शुरू कर दी।
पुलिस की कार्रवाई
मुंबई पुलिस और नवी मुंबई पुलिस ने संयुक्त रूप से फरार महिला की तलाश के लिए टीम गठित कर दी है। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और अस्पताल के आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस को शक है कि महिला पहले से ही किसी नेटवर्क के जरिए यहां ठहरी हुई थी, जो अब उसकी फरारी में मदद कर रहा है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने अस्पताल और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अस्पताल में सुरक्षा कर्मी होने के बावजूद महिला का भाग निकलना गंभीर लापरवाही माना जा रहा है। विपक्षी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि अगर कोई विदेशी महिला इतनी आसानी से पुलिस की निगरानी से भाग सकती है, तो यह सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
प्रशासन की सफाई
जेजे अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी मरीज का इलाज करना है, सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस की थी। वहीं, पुलिस का कहना है कि अस्पताल परिसर में भीड़ ज्यादा थी, जिससे महिला को भागने का मौका मिल गया। मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र में बांग्लादेशी महिला के अस्पताल से फरार होने की घटना ने कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है महिला को जल्द से जल्द पकड़ना और यह पता लगाना कि उसके भारत आने और यहां रहने के पीछे कौन-सा नेटवर्क सक्रिय है।
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