भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज 20 जून से शुरू हो रही है। पहला मैच लीड्स के हेडिंग्ले मैदान में खेला जाएगा। इस सीरीज में सबसे खास बात यह है कि शुभमन गिल पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने जा रहे हैं। रोहित शर्मा के संन्यास के बाद अब टीम की जिम्मेदारी गिल को दी गई है। गिल भारतीय टेस्ट टीम के 37वें कप्तान बने हैं।
गौतम गंभीर और अजीत अगरकर का गिल पर भरोसा

शुभमन गिल ने सीरीज से पहले एक इंटरव्यू में बताया कि मुख्य कोच गौतम गंभीर और चयनकर्ता अजीत अगरकर ने उन पर कोई दबाव नहीं डाला है। उन्होंने कहा कि, “गौती भाई और अजीत भाई ने मुझसे कहा कि वो मुझसे कोई बड़ी उम्मीद नहीं रखते, बल्कि चाहते हैं कि मैं अपने तरीके से कप्तानी करूं।” गिल ने बताया कि उन्हें खुद से जरूर उम्मीदें हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट की ओर से कोई दबाव नहीं है।
कप्तान के रूप में नई सोच

गिल का कहना है कि वह सिर्फ मैच जीतने या ट्रॉफी लाने तक सीमित नहीं रहना चाहते। वह एक ऐसी टीम संस्कृति बनाना चाहते हैं जिसमें खिलाड़ी खुद को सुरक्षित, सम्मानित और खुश महसूस करें।
उन्होंने कहा: “मैं चाहता हूं कि हमारी टीम का माहौल ऐसा हो, जिसमें हर खिलाड़ी को पूरी आजादी और आत्मविश्वास मिले।”
निष्कर्ष

शुभमन गिल के लिए यह सीरीज बेहद खास होने वाली है। पहली बार कप्तानी, बड़ी टीम के खिलाफ चुनौती और खुद से जुड़ी उम्मीदें — ये सब उनके लिए एक नई शुरुआत है। अब देखना होगा कि वो इस मौके को कैसे भुनाते हैं।
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