दिल्ली में नवरात्रि के दौरान मंदिरों के पास मीट की दुकानों और खुले में मीट बिक्री को रोकने की मांग के बाद अब मामला नमाज तक पहुंच गया है। शकूर बस्ती से बीजेपी विधायक करनैल सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि इस कारण से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, खासकर स्कूल वैन और एंबुलेंस के रास्ते में रुकावट आती है। उन्होंने मांग की कि सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सार्वजनिक जगहों पर नमाज पढ़ने से उत्पन्न समस्याएं
बीजेपी विधायक करनैल सिंह ने कहा कि आने वाले जुम्मे के दिन खुले में नमाज नहीं पढ़ने दी जाएगी। उनका दावा है कि अब दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, और सभी को कानून का पालन करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि खुले में नमाज पढ़ने से ट्रैफिक जाम होता है, जिससे लोगों को परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि मस्जिदों, छतों और पार्कों में नमाज पढ़ने के लिए पर्याप्त जगह है, तो सड़क पर नमाज पढ़ने का क्या कारण है?
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी भी धर्म का अपमान करना नहीं है। वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन यह मानते हैं कि सड़क पर नमाज पढ़ने से असुविधाएं पैदा होती हैं।
कानून का पालन जरूरी

करनैल सिंह ने कहा, “जब ट्रैफिक जाम होता है, तो क्या केवल हिंदू लोग परेशान होते हैं? जब एंबुलेंस में कोई मरीज होता है, तो क्या उसका कोई धर्म होता है?” उन्होंने मुसलमान भाइयों से अनुरोध किया कि वे समाज में एकता और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कानून का पालन करें। उनका कहना था कि दिल्ली में अब किसी को भी कानून से बाहर काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और जंगलराज की स्थिति नहीं चलने दी जाएगी।
दिल्ली को सुंदर बनाने का संकल्प
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य दिल्ली को दुनिया की सबसे सुंदर राजधानी बनाना है। हाल ही में दिल्ली का 1 लाख करोड़ रुपये का बजट आया है, और वे इसे कानून के दायरे में रहकर लागू करेंगे। करनैल सिंह ने कहा कि सड़क पर खुलेआम मीट काटने और उसे सार्वजनिक स्थानों पर रखने का कोई औचित्य नहीं है, और इस पर रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने धार्मिक आस्थाओं का सम्मान करें, लेकिन यह सब कानून के दायरे में हो।
नवरात्रि में मीट की बिक्री पर विचार
करनैल सिंह ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानों को बंद रखा जाएगा, और उन्हें पूरी उम्मीद है कि मुस्लिम समुदाय इसका सम्मान करेगा। उन्होंने कहा, “हम सभी ईद का सम्मान करते हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि हमारी धार्मिक आस्थाओं का भी सम्मान किया जाएगा।”
बीजेपी विधायक ने आम आदमी पार्टी के विधायक चौधरी जुबेर अहमद के आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें उन्हें धार्मिक राजनीति करने का आरोप लगाया गया था। करनैल सिंह ने कहा, “अगर हम राजनीति करना चाहते, तो हम 1 लाख करोड़ रुपये का बजट लेकर नहीं आते।”
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